मेरी माटी मेरा देश अभियान में नालंदा लोक कला मंच का राष्ट्रीय स्तर पर योगदान.
एस.के.24 तास
गडचिरोली : "दिल से सुनाई देगी, बस एक ही स्पंदन...
माटी को नमन को वीरो को वंदन ....."
दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र नागपुर सांस्कृतिक मंत्रालय भारत सरकार के ओर से भारत में "मेरी माटी मेरा देश "इस अभियान को चलाया जा रहा है। यह अभियान 9 अगस्त से 30 अगस्त तक मेरी माटी मेरा देश और हर घर तिरंगा के तहत चलाया जा रहा है माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने इस अभियान के माध्यम से भारत वासियों से अपील की है कि दिनांक 9 अगस्त से लेकर 15 अगस्त तक अपनी देश की मिट्टी अपने हाथ में लेकर उसके साथ एक सेल्फी लेनी है और yuva.gov.in पर उसे अपलोड करना है
साथ ही साथ 13 अगस्त से 15 अगस्त तक अपने घरों पर तिरंगा लहरा कर उसके साथ सेल्फी लेकर harghartiranga.com पर उसे अपलोड करना है। भंडारा जिले के साकोली, लाखनी , मोहाडी ,तुमसर , लाखांदूर, पवनी और भंडारा इन तहसीलों में नालंदा लोक कला मंच के 24 कलाकारों ने जनता को इस अभियान के साथ है। इस अभियान के तहत कोली लोक नृत्य, रेला पारंपरिक गोंडी लोक नृत्य , और लावणी जैसे पारंपरिक लोक नृत्य शैली का प्रदर्शन कर महाराष्ट्र की लोक संस्कृति की पहचान कराई।
आज हम अपने घरों में चैन से सोते हैं क्योंकि हमारे जवान सीमा पर तैनात है । हमारी रक्षा करते हैं देश की सेवा करते हैं और हम चैन से सोते हैं अपने अपने कामों में अपने अपने कार्यों में व्यस्त है ।अपने परिवार के संग व्यस्त हैं। इस माटी कि रक्षा करने के लिए हमारे जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी उन जवानों को शत शत नमन ।
मेरी माटी मेरा देश यह ऐसे ही एक अभियान का आगाज है , जिससे हम अपने देश के जवानों के बलिदान को याद कर सके । दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र नागपुर, संस्कृतिक मंत्रालय भारत सरकार की ओर से नालंदा लोक कला मंच के सदस्यों ने जवानों की शहादत को एक माटी मेरा देश इस अभियान के साथ जोड़ने का अथक प्रयास किया है ।
गडचिरोली,चंद्रपुर, नागपुर भंडारा के कस्बों से, गांव से, जुड़े हुए कलाकारों ने नालंदा लोक कला मंच के माध्यम से अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए अपने जिले का नाम रोशन किया है। नालंदा लोक कला मंच की ओर से उन शहीदों को नमन, जिन्होंने इस माटी की रक्षा के खातिर अपने प्राण नौछावर कर दिए ।नालंदा लोक कला मंच की ओर से उन शहीदों को हम नमन करते हैं । जिस माटी में हम खेल कूद कर बड़े हुए , जिस माटी ने जीने का सलीका सिखाया, जिस माटी ने अपना सीना चीर कर हमें अनाज का एक दाना दिया , उस माटी की रक्षा के लिए जिन शहीदों ने अपनी जान दे दी उन शहीदों के लिए शत शत नमन । नालंदा लोक कला मंच के सभी लोक कलाकार ऐसे वीरों को नमन करते है ।
नालंदा लोक कला मंच के सुशील खांडेकर ,कल्याणी शेडमाके, सोमप्रभु तांदुळकर,वंदीश नगराळे , महेश वाढई,उद्देश्य कामिडवार ,रोहित लट्टेलवार ,राहुल हुके, तनुश्री नेराकार, वेदांती अलाम, दिव्या भोयर, पुरुषोत्तम बुरडे ,चेतना कोहचाड़े ,मुस्कान बरसिंगे , अरविंदा बारसागडे, अशोक नगराळे ,बेबीलता खांडेकर , खोमेश बोबाटे ,रुपेश चौधरी, सौरभ गेडाम, कृष्णाली पोटावी, कीर्ति जिगरवार ,मोहिनी बरसिंगे, निखिल शेंडे आप सभी होनहार लोक कलाकारोंके उज्वल भविष्य के लिए डॉ, मालनसूत अरुण, डॉ. सुचिता विनोद घडसिंग, परमानंद मेश्राम , डॉ.आश्लेषा विनायक रोडगे,आप सभी ने सदिच्छ्याए व्यक्त की है।