शासन प्रशासन से पीओपी मूर्तियों का इस्तेमाल रोकने हेतु कठोर कानून और संयुक्त टाक्स फोर्स बनाने की मांग अरविंदकुमार रतूडी द्वारा की गई.
एस.के.24 तास
नागपुर : दिनांक,७/०८/२०२३ डॉ. पंजाबराव देशमुख स्थाई समिति सभागृह महानगर पालिका सिविल लाइंस नागपुर में मनपा के सहायक आयुक्त की अध्यक्षता और उपायुक्त तथा संचालक डॉ.गजेन्द्र महल्ले के नेतृत्व में आने वाले गणेश उत्सव में विभिन्न मुद्दों के साथ साथ प्रतिबंधित पीओपी मूर्तियों का इस्तेमाल रोकने हेतु पुलिस महानगर पालिका प्रशासन और विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ साथ सामाजिक संगठन किंग कोबरा आर्गेनाइजेशन यूथ फोर्स की बैठक आयोजित की गई
और इस बैठक में सबसे गंभीर मुद्दा था कि सर्वोच्च न्यायालय (सुप्रीम कोर्ट) और उच्चतम न्यायालय (हाई कोर्ट) द्वारा प्रदूषण और धार्मिक आस्था से खिलवाड़ करने वाली प्रतिबंधित की गई पीओपी मूर्तियों का इस्तेमाल कैसे रोका जाए इसी गंभीर विषय पर सामाजिक कार्यकर्ता तथा मनपा के स्वच्छता मित्र सामाजिक संगठन किंग कोबरा आर्गेनाइजेशन यूथ फोर्स के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष
अरविंदकुमार रतूडी ने उपस्थित शासन प्रशासन के अधिकारियों और सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों से अपने संभाषण में कहा कि पीओपी मूर्तियों के निर्माण खरीदी बिक्री रोकने हेतु पुलिस मनपा प्रशासन और सामाजिक संगठनों की संयुक्त रूप से मिलकर टाक्स फोर्स बनाई जाएं और बाहर जिलों से नागपुर में आने वाली पीओपी मूर्तियों को रोकने हेतु टोल टैक्स नाकों चुंगी नाकों आरटीओ नाकों पर पर कड़ी नजर रखते
हुए पीओपी मूर्तियों से भरे वाहनों को जप्त किया जाए और इसके इस्तेमाल करने वाले लोगों पर अदालत की अवहेलना का केस दर्ज करते हुए कठोर कार्रवाई की जाए सभी विभाग और संस्थाएं अपनी अपनी जिम्मेदारी तय करें एक दूसरे पर जिम्मेदारी धकेलते हुए निष्क्रिय न बने रतूड़ी जी की इन महत्वपूर्ण मांगों को उपायुक्त व संचालक डॉ. गजेन्द्र महल्ले और पुलिस प्रशासन ने स्वीकार करते हुए इसे तुरंत लागू करने और समाचार पत्रों मिडिया में प्रकाशित करने की बात की.
तथा इस गंभीर मुद्दे पर जनजागृति अभियान चलाने की बात उपस्थित संस्थाओं द्वारा की गई इस महत्वपूर्ण बैठक में किंग कोबरा आर्गेनाइजेशन यूथ फोर्स के संजय पंचभाई विशेष गुनाह शाखा के सहायक पुलिस आयुक्त नितिन जगताप पुलिस निरीक्षक नरेन्द्र वानखेड़े विभागीय अधिकारी रोहितदास राठौड़ और मनपा प्रशासन के सभी दसों झोनो के स्वास्थ्य अधिकारी और सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे